RBSE Class 7 Science Notes Chapter 9 मृदा

These comprehensive RBSE Class 7 Science Notes Chapter 9 मृदा will give a brief overview of all the concepts.

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 7 Science in Hindi Medium & English Medium are part of RBSE Solutions for Class 7. Students can also read RBSE Class 7 Science Important Questions for exam preparation. Students can also go through RBSE Class 7 Science Notes to understand and remember the concepts easily. The class 7 science chapter 4 heat extra questions are curated with the aim of boosting confidence among students.

RBSE Class 7 Science Chapter 9 Notes मृदा

→ मृदा सबसे महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधनों में से एक है। यह अनेक जीवों का आवास है।

→ कृषि के लिए मृदा अनिवार्य है और कृषि हमें भोजन, कपड़ा और आश्रय प्रदान करती है। अतः मृदा हमारे जीवन का अभिन्न भाग है। 

→ मृदा अनेक परतों की बनी होती है। मृदा की विभिन्न परतों से गुजरती हुई ऊर्ध्वाकाट 'मृदा परिच्छेदिका' कहलाती है। मृदा की ये परतें संस्तर-स्थितियाँ कहलाती हैं। 

→ किसी मंदा में बालू और चिकनी मिट्टी का अनुपात उस मूल शैल पर निर्भर करता है, जिससे उसके कण बनते हैं।

RBSE Class 7 Science Notes Chapter 9 मृदा

→ शैल कणों और ह्यूमस का मिश्रण, मृदा कहलाता है।

→ मृदा उसमें पाए जाने वाले विभिन्न आमाप (साइज) के कणों के अनुपात के आधार पर बलुई, मृण्मय और दुमटी प्रकार की होती है। 

→ विभिन्न प्रकार की मृदा में जल की अंत:स्रवण दर भिन्न-भिन्न होती है। यह दर बलुई मृदा में सबसे अधिक और मृण्मय मृदा में सबसे कम होती है। 

→ पवन, वर्षा, ताप, प्रकाश और आर्द्रता कुछ प्रमुख जलवायवी कारक हैं, जो मृदा परिच्छेदिका को प्रभावित करते हैं और मृदा संरचना में परिवर्तन लाते हैं। 

→ विभिन्न प्रकार की फसलों को उगाने के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार की मृदा उपयुक्त होती है। मृत्तिका (चिकनी मिट्टी) और दुमट मृदा गेहूँ, चना और धान को उगाने के लिए उपयुक्त होती है। कपास के लिए, बलुई-दुमट अथवा दुमट मृदा अधिक उपयुक्त होती है। 

→ मृदा अपने में जल को रोके रखती है, इसे मृदा नमी कहते हैं।

→ जल, पवन अथवा बर्फ द्वारा मृदा की ऊपरी सतह का हटना 'मृदा अपरदन' कहलाता है।

Prasanna
Last Updated on June 2, 2022, 11:50 a.m.
Published June 2, 2022