RBSE Solutions for Class 7 Hindi
Rajasthan Board RBSE Class 7 Hindi व्याकरण लोकोक्तियाँ / कहावतें
लोकोक्ति का अर्थ है- लोगों की उक्ति अर्थात् जन-कथन। लोक-जीवन की किसी घटना या अन्तर्कथा के भाव को व्यक्त करने वाली उक्ति लोकोक्ति कहलाती है। इसे कहावत भी कहते हैं। यहाँ पाठ्यपुस्तक में आयी लोकोक्तियाँ दी जा रही हैं-
(1) भानुमती का पिटारा-अर्थ – थोड़े में बहुत।
प्रयोग – एक बूंद खून में जब सूक्ष्मदर्शी से खून के हजारों कण दिखाई दिए तो वह भानुमती का पिटारा ही लगा।
(2) पूतों फलो दूधों नहाओ-अर्थ – हर तरफ से उन्नति करने का आशीर्वाद देना।
प्रयोग – भाभी ने जब दादी के पैर छुए तो उन्होंने पूतों फलो दूधों नहाओ का आशीर्वाद दिया।
(3) मुँह में राम बगल में छुरी-अर्थ – सामने शुभचिंतक बनना पर पीठ पीछे अहित चाहना।
प्रयोग – राम दुकान के मुहूर्त में तो बढ़-चढ़ कर भाग लेता रहा, बाद में स्वयं ही दुकान की रिपोर्ट लिखवा आया कि दुकान गलत स्थान पर खोली गयी। यह तो वही बात है मुँह में राम बगल में छुरी।
(4) पेट न कराये, सो थोड़ा-अर्थ – मजबूरी में सब कुछ करना पड़ता है।
प्रयोग – बूढ़े आदमी को भीख माँगते देखा तो यही कहावत याद आ गई पेट न कराए, सो थोड़ा।
अन्य महत्त्वपूर्ण लोकोक्तियाँ
(1) का वर्षा जब कृषि सुखाने-वक्त के बाद किसी काम का होना व्यर्थ है।
प्रयोग – जब मोहन परीक्षा आरम्भ हुए आधा घण्टा बाद पहुँचा तब परीक्षा अधिकारी ने उसे परीक्षा में नहीं बैठने |दिया। मोहन का साल खराब हो गया। सच है, का वर्षा जब कृषि सुखाने।
(2) गड़े मुर्दे उखाड़ना-अतीत की चर्चा फिर से करना।
प्रयोग – जो कुछ हुआ उसे तुम्हें भुला देना चाहिए, भविष्य की सोचो। अब गड़े मुर्दे उखाड़ना तुम्हारे हित में नहीं है।
(3) छाती पर साँप लोटना-ईर्ष्या करना।
प्रयोग – जिस समय दुर्योधन ने यह सुना कि पांडव लाक्षागृह से जीवित निकल गये तो उसकी छाती पर साँप लोट गया।
(4) एक ही थैली के चट्टे-बट्टे-सभी का स्वभाव एक जैसा होना।
प्रयोग – आजकल के नेता एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं।
(5) एक पंथ दो काज-एक काम से दुगना लाभ।
प्रयोग – गर्मियों में व्यापार करने शिमला जाना एक पंथ दो काज के समान है। सैर भी हो जाती है और व्यापार भी।
निम्नलिखित लोकोक्तियों के अर्थ लिखिए
अन्धों में काना राजा – मूखों में थोड़ा ज्ञान रखने वाला।
काला अक्षर भैंस बराबर – बिल्कुल अनपढ़।
एक पंथ दो काज – एक तरकीब से दो कार्य करना।
चोर की दाढ़ी में तिनका – अपराधी का भयभीत होना।
सोने में सुगन्ध – सुन्दर और गुणवान का योग।
नौ दिन चले अढाई कोस – अधिक मेहनत, कम काम।
गागर में सागर भरना – संक्षेप में बहुत कम कहना।
थोथा चना बाजे घना – नीच व्यक्ति दिखावा अधिक करता
दूर के ढोल सुहावने – दूर से हर चीज सुहावनी मालूम पड़ती है।
चिराग तले अंधेरा – अपनी बुराई न दिखाई देना।
प्रश्न 1.
“नौ दो गयारह होना” मुहावरे का अर्थ है-
(क) शक्तिशाली होना
(ख) छुट्टी दे देना
(ग) छूट जाना
(घ) भाग जाना।
उत्तर:
(घ) भाग जाना।
प्रश्न 2.
“माथा फोड़ी करना” मुहावरे का अर्थ है
(क) माथा फोड़ देना
(ख) बहुत ज्यादा समझाना
(ग) सिर पचाना
(घ) हल्ला मचाना।
उत्तर:
(ग) सिर पचाना
प्रश्न 3.
“दूध का दूध पानी का पानी” लोकोक्ति का अर्थ है
(क) उचित न्याय
(ख) उचित कोशिश
(ग) उचित व्यवहार
(घ) उचित ढंग।
उत्तर:
(क) उचित न्याय
प्रश्न 4.
“चमड़ी जाय पर दमड़ी न जाए” लोकोक्ति का – अर्थ है
(क) बहुत होशियार होना
(ख) बहुत कंजूस होना।
(ग) बहुत मतलबी होना
(घ) बहुत दानी होना।
उत्तर:
(ख) बहुत कंजूस होना।