RBSE Class 11 Physics Notes Chapter 1 भौतिक जगत

These comprehensive RBSE Class 11 Physics Notes Chapter 1 भौतिक जगत will give a brief overview of all the concepts.

Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 11 Physics in Hindi Medium & English Medium are part of RBSE Solutions for Class 11. Students can also read RBSE Class 11 Physics Important Questions for exam preparation. Students can also go through RBSE Class 11 Physics Notes to understand and remember the concepts easily.

RBSE Class 11 Physics Chapter 1 Notes भौतिक जगत

→ विज्ञान (Science):
"भौतिक जगत में जो भी घटित होता हैं उसका क्रमबद्ध अध्ययन विज्ञान कहलाता है। इसकी कई शाखायें होती हैं-भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, भूगर्भ विज्ञान, राजनीति विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, गणित आदि।

→ भौतिक विज्ञान (Physics):
"विज्ञान की वह शाखा जिसमें प्रकृति और प्राकृतिक परिवर्तनों के मूल नियमों का अध्ययन किया जाता है, भौतिक विज्ञान कहलाती है।" भौतिकी की मुख्य शाखाओं को दो मुख्य वर्गों में विभजित किया जाता है-चिरसम्मत भौतिकी तथा आधुनिक व क्वान्टम भौतिकी।

→ आइन्सटीन का द्रव्य तथा ऊर्जा सम्बन्ध (Mass and Energy Relation of Einstein):
द्रव्य तथा ऊर्जा मूल रूप से एक ही राशि हैं तथा इन्हें परस्पर रूपान्तरित किया जा सकता है। अर्थात् द्रव्यमान को ऊर्जा में तथा ऊर्जा को द्रव्यमान में रूपान्तरित किया जा सकता है।
अतः ऊर्जा = द्रव्यमान x (निर्वात में प्रकाश की चाल) 
⇒ E = mc2

RBSE Class 11 Physics Notes Chapter 1 भौतिक जगत 

→ भौतिकी का कार्यक्षेत्र एवं विस्तार (Scope and Extension of Physics):
भौतिकी की विभिन्न शाखाओं को मुख्यतः दो भागों में विभाजित किया गया है
(a) चिरसम्मत भौतिकी (Classical Physics)
(b) आधुनिक भौतिकी (Modern Physics)

→ प्रकृति के मूल बल (Fundamental Forces in Nature):
प्रकृति में मूलतः चार प्रकार के बल होते हैं

  • गुरुत्वाकर्षण बल
  • विद्युतचुम्बकीय बल
  • दुर्बल बल
  • (नाभिकीय बल

→ संरक्षण नियम

  • रेखीय संवेग संरक्षण नियम-इस नियम के अनुसार "बाह्य बल की अनुपस्थिति में किसी निकाय का कुल रेखीय संवेग संरक्षित रहता है।" उदाहरण-बन्दूक से गोली का दागना, रॉकेट नोदन आदि।
  • ऊर्जा संरक्षण नियम-इस नियम से “न तो ऊर्जा को उत्पन्न किया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है। उसे तो केवल एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है।” उदाहरण-सौर बैटरी में सौर ऊर्जा का रूपान्तरण विद्युत ऊर्जा में किया जाता है।
  • कोणीय संवेग संरक्षण नियम-बाह्य बल आघूर्ण की अनुपस्थिति में निकाय का कुल कोणीय संवेग नियत रहता है।
  • आवेश संरक्षण नियम-"किसी विलगित निकाय का कुल आवेश संरक्षित रहता है।"
Prasanna
Last Updated on Oct. 18, 2022, 3:54 p.m.
Published Oct. 18, 2022